DA Hike 4% 2025: देशभर में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए इस दिवाली खुशियों का त्योहार और भी खास बनने वाला है। खबर है कि केंद्र सरकार अक्टूबर 2025 से महंगाई भत्ते (Dearness Allowance, DA) में 3% की बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही है. वर्तमान में DA की दर 55% है, जिसे बढ़ाकर 58% किया जा सकता है। इस पहल से करीब 1.2 करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स सीधे तौर पर इसका लाभ ले सकते हैं.
DA क्या है?
आपको बता दे कि महंगाई भत्ता एक प्रकार का ऐसा अलाउंस है जो आपके बेसिक वेतन और बेसिक पेंशन के प्रतिशत के रूप में सरकार के द्वारा दिया जाता है ताकि महंगाई जिस प्रकार बढ़ रही है उसका सामना आप कर सके.
संशोधन कितनी बार होता है?
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महंगाई भत्ता साल में दो बार संशोधन किया जाता है पहली जनवरी और जून में और दूसरा जुलाई और दिसंबर की अवधि आपको बता दे कि पिछले साल 2025 में जनवरी से जून की अवधि के लिए महंगाई भत्ता को 53% से बढ़ाकर 55% किया गया था.
इस बढ़ोतरी से कितना होगा लाभ?
आपकी जानकारी के लिए बता दे की सरकार के द्वारा कहा गया है कि सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ता को 55% से बढ़कर 58% कर दिया जाएगा जिससे उनको महंगाई से लड़ने में मदद मिलेगी ऐसे में अगर 58% मंगाई भट्ट बढ़ जाता है तो सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर सीधा असर पड़ेगा उदाहरण के लिए, किसी पेंशनर की बेसिक पेंशन ₹9,000 है तो वर्तमान 55% DA पर उन्हें ₹4,950 मिलते हैं और कुल पेंशन बनती है ₹13,950। 58% DA होने पर DA राशि बढ़कर लगभग ₹5,220 होगी और कुल पेंशन पहुंचेगी ₹14,220। यानी लगभग ₹270 प्रति माह का इजाफा उनके महंगाई भत्ता में होगा.
इसका प्रभाव किस पर पड़ेगा?
बेसिक सैलरी बढ़ने से उनका कुल वेतन बढ़ेगा जिससे सरकारी कर्मचारियों के घरेलू बजट पर जो दबाव बढ़ गया था उसे काम करने में मदद मिलेगी इसके अलावा पेंशन बढ़ाने से जो लोग रिटायर हो गए हैं वह अपने घर के सभी महंगे खर्चों को आसानी से पूरा कर पाएंगे
क्यों है यह बढ़ोतरी महत्वपूर्ण?
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिस प्रकार महंगाई लगातार बढ़ रही है वैसे में अगर आप अपने घर के खर्चों को संतुलित करना चाहते हैं तो आपका महंगाई भत्ता बढ़ाना जरूरी है यही वजह है कि सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ता में वृद्धि करने का फैसला किया है जिससे उनको अपने घर के सभी महंगे खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी. जैसे दिवाली की खरीददारी, उपहार, भोजन-पेय, यात्रा आदि तब थोड़ी अतिरिक्त आमदनी घरों को आसान बनाती है.